
यह पुरा मामला प्राथमिक विद्यालय इमिलिया धीश विकास खण्ड – हरैया का हैं जहां स्कूल बच्चों को पढने के लिए बना है तो वहां साड़ ही साड़ नजर आ रहे है ग्रामीणो ने साडो़ को स्कूल मे बन्द कर दिया है जब उनसे पुछा गया कि आप लोगों ने ऐसा क्यों किया है तो उन्होंने बताया कि आज हम कई दिनो से इसकी शिकायत कर रहे पर किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हो रही है तो इससे नाराज लोगों ने ऐसा किया है वहीं एक किसान ने बताया कि छुट्टा पशु (सांड) हमारे खडी फसलों को एकदम ध्वस्त कर दे रहे है जब उनको भागने जाते है तो हमें ही मारने दौडातै है या कोई रास्ते मै दिखता तो उनको ही दौडातै है साथ ही साथ हमारे जानवरों को भी परेशान करते रहते है ।लोगों ने इसकी शिकायत 1076 पर भी की जिसका सतुंष्ट परक निसतारण नहीं हुआ है इसकी शिकायत बार बार बिडियो व गा्म पचांयत अधिकारी को करते है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही तो उन लोगों ने ऐसा कदम उठाया है ।अखिरकार किसानों का कहना ये छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गौशाला मे क्यों नहीं छोडा जाता हैं वहीं जब कोई उच्च अधिकारी दौडे पर आते है तो आनन फानन मे कार्य को किया जाता हैं आखिरकार जब साडो को पकडवाने की व रखने की समुचित ब्यवस्था की गई हैं तो ऐसा क्यों होता है कब तक ये किसान व ग्रामीण परेशान होते रहेगे।